
स्कूली बच्चों को ले जा रही Bus पलटी, 6 की मौत,कई गंभीर रुप से घायल
निजी स्कूल का कारनामा: ईद की छुट्टी होने के बाद भी खुला था स्कूल
महेंद्रगढ़। निजी स्कूलों के कारनामों पर पुख्ता कार्रवाई नहीं हो पाने के कारण इनके हौंसले बुलंद हैं। हरियाणा के महेंद्रगढ़ में ऐसी ही मनमानी के चलते आधा दर्जन स्कूली बच्चों की मौत हो गई। वजह ये थी की ईद पर स्कूलों की छुट्टी थी,इसके बाद भी निजी स्कूल जीएल पब्लिक स्कूल खुला हुआ था। सरकारी आदेशों को ठेंगा दिखाते हुए ईद पर खोले गए इस स्कूल की बस 35 छात्रों को लेकर स्कूल जा रही थी तभी हादसे का शिकार हो गई।यह घटना जिले के कनीना उपमंडल के गांव उन्हांनी के पास हुई है। बताया जा रहा है कि करीब 6 बच्चों की इस दर्दनाक हादसे में मौत हो गई है। वहीं हादसे का वीडियो भी सामने आया है, जो काफी भयावह है।पुलिस ने बताया कि बस का ड्राइवर शराब के नशे में थे। घटना स्थल पर मौजूद लोगों की मानें तो बस ड्राइवर ने शराब पी रखी थी जिसके कारण यह हादसा हुआ है। कई बच्चों को गंभीर चोटें आई हैं। आज ईद पर सभी सरकारी दफ्तरों और स्कूलों में छुट्टियां है। उसके बाद भी प्राइवेट स्कूल ने छुट्टी नहीं की। उनकी माने तो स्कूल और बस ड्राइवर पर हत्या का मामला दर्ज होना चाहिए।
हादसे में 6 बच्चों की मौत हो गई। वहीं 15 बच्चे घायल हो गए। दरअसल, बस ड्राइवर ने सीधे पेड़ में टक्कर मार दी, जिसके चलते बस पलट गई। बस में कुल 33 बच्चे सवार थे। वहीं मौके पर मौजूद लोगों ने घायल बच्चों को निहाल हॉस्पिटल में अप नागरिक अस्पताल में भर्ती करवाया। निहाल हॉस्पिटल के संचालक डॉक्टर रवी कौशिक ने बताया कि उनके पास 20 बच्चे आए थे, जिनमें से पांच के मौके पर मौत हो चुकी थी। बाकी घायल का प्राथमिक उपचार करके हायर सेंटर रेफर कर दिया है। घायलों को रोहतक पीजीआई और महेंद्रगढ़ भेजा गया है। हैरान कर देने वाली बात यह है कि सरकारी छुट्टी होने के बावजूद स्कूल खुला हुआ था। हादसे की सूचना पुलिस को दी गई। इसके बाद आनन-फानन में बच्चों को अस्पताल भेजा गया। वहीं सूचना के बाद पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंचे। मीडिया रिपोर्टों में हादसे का कारण ओवरटेक बताया जा रहा है। बस में सवार सभी बच्चों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने हादसे में घायल 6 बच्चों को मृत घोषित कर दिया। वहीं घायल बच्चों का इलाज चल रहा है। हादसे की सूचना मिलते ही बच्चों के परिजन अस्पताल पहुंचे। बच्चों की मौत की खबर सुनते ही परिजनों फूट-फूट कर रोने लगे। तो वहीं कुछ तो बेसुध भी हो गए। बच्चों की परिजन अब इस हादसे के लिए स्कूल और ड्राइवर को कोस रहे हैं। उनका कहना है कि अगर आज छुट्टी के दिन स्कूल खुला नहीं होता तो उनके बच्चों की जान न जाती।
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