Tamil Nadu में अंगूर की पैदावार में भारी गिरावट की आशंका
चेन्नई। तमिलनाडु के अंगूर किसान इस बार काफी निराश दिखाई दे रहे हैं। पिछले कुछ सप्ताह के दौरान तेज तापमान के कारण अंगूर की पैदावार में भारी गिरावट की आशंका है। राज्य में अंगूर की दो मुख्य किस्में पन्नीर थिराचाई (मस्कट हैम्बर्ग) और ओडैपट्टी बीज रहित अंगूर उगाई जाती हैं। थेनी के किसान के. मुनियंदी ने लगभग 10 एकड़ भूमि पर पन्नीर थिराचाई की खेती की है। उनका कहना है कि उच्च तापमान के कारण फसल की पैदावार में भारी गिरावट आएगी। आम तौर पर एक एकड़ में 10-12 टन अंगूर होते हैं। लेकिन तापमान 39 डिग्री सेल्सियस से अधिक होने के कारण, उपज प्रति एकड़ तीन टन से भी कम होगी। एक एकड़ अंगूर की खेती के लिए किसान को करीब 1.25 लाख रुपये खर्च करने पड़ते हैं।
यदि पैदावार प्रति एकड़ तीन टन तक गिर जाए तो किसानों की स्थिति दयनीय हो जाएगी। पन्नीर थिराचाई किसान संघ के एक नेता ने कहा कि हमारे लगभग 90 प्रतिशत किसान कम्बम क्षेत्र में फलों की खेती कर रहे हैं। लू के थपेड़ों ने हमारी जिंदगी तबाह कर दी है। करीब 300 किसान पांच हजार एकड़ भूमि पर खेती कर रहे हैं और हमें भारी नुकसान की आशंका है। उन्होंने यह भी कहा कि उपज आम तौर पर मिलने वाली पैदावार के 80 प्रतिशत से कम होगी। उन्होंने तमिलनाडु कृषि विभाग से उनके नुकसान के लिए मुआवजा देने का आह्वान किया है। ओडैपट्टी बीज रहित अंगूर किसानों की भी यही कहानी है। ओडैपट्टी थेनी जिले का एक क्षेत्र है, जहां लगभग 1,000 एकड़ भूमि पर बीज रहित अंगूर की खेती की जाती है, जिसमें 200 किसान शामिल हैं।
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