Reserve Bank of India ने बेचा 35 टन सोना
रिजर्व बैंक का कुल फॉरेक्स रिजर्व में 6.92 अरब डॉलर गिरावट दर्ज की गई
मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अपने विदेशी मुद्रा भंडार (फॉरेक्स रिजर्व) को स्थिर रखने के लिए बाजार में हस्तक्षेप किया, रिजर्व बैंक ने लगभग 35 टन सोना बेचा है। यह घटना 24 अक्टूबर 2025 को समाप्त हुये सप्ताह से जुड़ी है। रिजर्व बैंक का कुल फॉरेक्स रिजर्व में 6.92 अरब डॉलर (करीब 60,000 करोड़ रुपये) की गिरावट दर्ज की गई है। यह गिरावट मुख्य रूप से डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोरी के कारण हुई है। रुपए के मुकाबले डॉलर की कीमत तथा भुगतान संतुलन के लिए आरबीआई को यह हस्तक्षेप करना पड़ा है। सोने के भंडार में कमी- 24 अक्टूबर को समाप्त हुए सप्ताह में स्वर्ण भंडार का मूल्य 3.01 अरब डॉलर घटकर 105.536 अरब डॉलर रह गया है। इस कमी के पीछे 35 टन सोने की बिक्री प्रमुख कारण रही है। सोने की कीमतों में वैश्विक उछाल के बावजूद आरबीआई के पास अभी भी 105 अरब डॉलर से अधिक मूल्य का सोना स्टॉक मे है। कुल फॉरेक्स रिजर्व- रिजर्व बैंक का फॉरेक्स रिजर्व 695.35 अरब डॉलर पर आ गया है। जो पिछले सप्ताह के 702.27 अरब डॉलर से कम है। इसमें विदेशी मुद्रा संपत्ति 5.58 अरब डॉलर, स्वर्ण भंडार में 3.01 अरब डॉलर, एसडीआर में 0.11 अरब डॉलर और आईएमएफ रिजर्व पोजीशन में 0.22 अरब डॉलर की कमी दर्ज हुई है ।
डॉलर को संभालने बेचना पड़ा सोना- रुपये को डॉलर की मजबूती से होने वाले नुकसान से बचाने के लिए आरबीआई ने डॉलर खरीदे और सोना बेचा है। सोना आरबीआई के रिजर्व का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। कुल रिजर्व का लगभग 13-15 फीसदी हिस्सा सोने के रूप में है। जब सभी सोना खरीद रहे हैं, तब रिजर्व बैंक ने सोना बेचा- दुनिया के सभी फेडरल बैंक सोना खरीद रहे हैं, भारत सोना बेच रहा है। इससे भारत की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर साख पर असर पडना तय है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में आरबीआई ने 57.5 टन सोना खरीदा था। 7 वर्षों में यह दूसरी सबसे बड़ी सोने की खरीद थी। वैश्विक अनिश्चितताओं के चलते डॉलर की अस्थिरता के बीच आरबीआई ने हाल के महीनों में विदेश में जमा सोने का भंडार भारत वापस लाया जा रहा है। पिछली छमाही में 64 टन सोना भारत विदेश से वापस लाया है। सोने की यह बिकी डॉलर की कीमत को थामने तथा अंतरराष्ट्रीय भुगतान को ध्यान में रखकर की गई है।
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