‘ओ राही चल’ गीत में जीवन का संदेश था: Sunil Lahri
मुंबई। भारतीय टेलीविजन के इतिहास में रामानंद सागर द्वारा निर्मित धारावाहिक ‘रामायण’ एक ऐसी कड़ी है, जिसके किरदार आज भी दर्शकों के दिलों में बसे हुए हैं। धारावाहिक ‘रामायण’ में भगवान राम के रूप में अरुण गोविल, माता सीता के रूप में दीपिका चिखलिया और लक्ष्मण के किरदार में सुनील लहरी को आज भी उसी श्रद्धा और भावनाओं के साथ याद किया जाता है। भले ही सुनील लहरी लंबे समय से छोटे पर्दे से दूर हों, लेकिन सोशल मीडिया के जरिए वह अक्सर ‘रामायण’ के दौर और अपने निजी अनुभवों को साझा कर चर्चा में बने रहते हैं। हाल ही में सुनील लहरी ने अपने करियर के शुरुआती संघर्षों को याद करते हुए एक भावुक पोस्ट साझा किया है, जो सोशल मीडिया पर खूब पसंद किया जा रहा है। उन्होंने उन दिनों की बात की जब लगातार रिजेक्शन, ज्यादा काम और मानसिक थकान ने उन्हें घेर रखा था। अभिनेता ने बताया कि संघर्ष का वह दौर आसान नहीं था, लेकिन उन्हीं कठिन परिस्थितियों में एक ऐसा साथी था, जिसने उन्हें टूटने नहीं दिया और आगे बढ़ते रहने की ताकत दी।
सुनील लहरी ने अपने वीडियो में खुलासा किया कि उनके संघर्ष के दिनों में उनका सच्चा साथी कोई इंसान नहीं, बल्कि एक पुराना टेप रिकॉर्डर था। उसी टेप रिकॉर्डर में कैसेट लगाकर वह गाने सुनते थे और अपने मन को शांत करते थे। काम से लौटने के बाद जब निराशा और थकान हावी हो जाती थी, तब संगीत उनके लिए संबल बन जाता था। उन्होंने बताया कि वह अक्सर एक ही गाना बार-बार सुनते थे, जिसने उन्हें हिम्मत और प्रेरणा दी। अभिनेता के मुताबिक, ‘ओ राही चल’ गीत उनके लिए सिर्फ एक धुन नहीं, बल्कि जीवन का संदेश था। इस गाने ने उन्हें कभी हार न मानने, आगे बढ़ते रहने और हर हाल में उम्मीद बनाए रखने की सीख दी। सुनील लहरी ने कहा कि यह गीत आज भी उन्हें कुछ नया करने और सकारात्मक सोच बनाए रखने की प्रेरणा देता है। अपने पोस्ट के कैप्शन में सुनील लहरी ने लिखा कि संघर्ष के दिनों का यह पुराना साथी आज भी उनके साथ है और उन्हें निरंतर प्रेरित करता है।
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