
Russia-Ukraine के बीच युद्ध को हुए 1286 दिन, फिलहाल नहीं दिख रहे शांति के आसार
तेलअवीव। रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध को 1286 दिन पूरे हो गए हैं। दुनिया के कई देशों ने शांति के प्रयास किए हैं लेकिन बात नहीं बन पा रही है। इसी बीच अमेरिका ने प्रतिबंध बढ़ाने की धमकी दी है। चीन में हुए एससीओ समिट में भी ये मुद्दा उठा और एक बार फिर रूस ने इसका जिम्मेदार पश्चिमी देशों को बताया, जिन्होंने यूक्रेन को उकसाकर ये यद्ध भड़काया। एक तरफ शांति को लेकर बातें हो रही थीं, वहीं दूसरी ओर फ्रंटलाइन पर दोनों देशों का बीच युद्ध जारी रहा। रूस ने यूक्रेन के कुछ इलाकों पर हमला किया तो यूक्रेन ने कुछ गांवों को रूस के कब्जे से छुड़ाने का दावा किया। यूक्रेन के सूमी इलाके को रूस ने अपना निशाना बनाया, जिसकी वजह से यहां पर पानी और बिजली की सप्लाई भी प्रभावित हुई। सूमी के गवर्नर ओले राइहोरोव ने इस बात की जानकारी दी कि रूसी सेनाएं बड़े हमले कर रही हैं। अमेरिका के वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने संकेत दिया कि रूस के यूक्रेन पर हालिया हमलों के बाद वाशिंगटन उस पर कड़े प्रतिबंध लगाने के सभी विकल्पों पर विचार कर रहा है। उन्होंने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की कार्रवाई को घिनौना बताया। इंटरव्यू में बेसेंट ने कहा कि अमेरिका अब अपनी रणनीति की फिर से समीक्षा कर रहा है क्योंकि रूस ने हाल ही में अलास्का के एंकोरेज में हुई ऐतिहासिक बातचीत और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ फोन कॉल में किए गए वादों को नहीं निभाया। रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेन की 425वीं रेजिमेंट ने डोनेत्स्क ओब्लास्ट के नोवोइकोनोमिकने गांव को रूसी कब्जे से मुक्त कर लिया है। जनरल स्टाफ ने 1 सितंबर को यह जानकारी दी।
यह गांव युद्ध से पहले लगभग 2,800 लोगों का घर था और पोक्रोवस्क शहर से करीब 14 किमी उत्तर-पश्चिम में स्थित है। यूक्रेनी बलों ने दो सप्ताह तक चले भीषण संघर्ष के बाद 31 अगस्त को गांव के केंद्र में राष्ट्रीय ध्वज फहरा दिया। रूस ने यूक्रेन के विभिन्न इलाकों में ताबड़तोड़ हमले किए हैं, जिनमें कई नागरिकों की जान गई और दर्जनों घायल हुए। खेरसान क्षेत्र के बिलोजेर्का कस्बे में रूसी गोलाबारी में 73 साल के बुजुर्ग की मौत हो गई। इसकी जानकारी गवर्नर ओलेक्जांद्र प्रोकुदिन ने दी, वहीं चेरनिहिव क्षेत्र के होरोदनिया शहर में रूसी ड्रोन हमले में दो लोग घायल हो गए, जिनमें एक 14 साल की बच्ची भी शामिल थी। सुमी क्षेत्र पर भी रूस ने भारी हमला किया, जिसमें सात लोग घायल हुए और दर्जनों घरों को नुकसान पहुंचा। हमलों से बिजली और पानी की सप्लाई भी बाधित हुई। जमीन के नीचे स्कूल ऊपर जंग युद्ध के बीच यूक्रेन में स्कूल भी खुल गए हैं और करीब 17000 छात्र पढ़ने के लिए जा रहे हैं। चूंकि खार्कीव इलाके में रूसी हमले सबसे ज्यादा हो रहे हैं, ऐसे में बच्चों के लिए खास अंडरग्राउंड स्कूल बनाए गए हैं। ज्यादातर स्कूलों को बेसमेंट में शिफ्ट कर दिया गया है, ताकि युद्ध की वजह से बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो। जगहें छोटी होने की वजह से छोटे-छोटे क्लासरूम बनाए गए हैं और बच्चों को जंग के बीच ही अपनी पढ़ाई करनी पड़ रही है। वे पिछले तीन साल से अंडरग्राउंड क्लासेज में ही पढ़ाई कर रहे हैं।
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