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बीते साल Pakistan में हिंसा और आतंकवाद में 44 फीसदी की बढ़ोतरी

बीते साल Pakistan में हिंसा और आतंकवाद में 44 फीसदी की बढ़ोतरी

पूर्व पीएम इमरान खान के सत्ता से हटने के बाद स्थिति और खराब हुई

इस्लामाबाद। पाकिस्तान में हिंसा और आतंकवाद में 44 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। बीते साल में पिछले 9 सालों की तुलना में 66 फीसदी ज्यादा सुरक्षा कर्मी मारे गए हैं। यहां औसतन चार सुरक्षाकर्मी प्रतिदिन मारे गए हैं। पाकिस्तान एक विफल देश बनते जा रहा है। वहां आम इंसान क्या, सेना और सुरक्षा बलों के जवान भी सुरक्षित नहीं हैं। पूर्व पीएम इमरान खान के सत्ता से हटने के बाद तो स्थिति और खराब हो गई है। उधर पाकिस्तान सेना का दावा है कि उसने पूरे साल में 925 आतंकवादियों को मार गिराया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक साल 2024 पाकिस्तानी सेना के लिए बेहद घातक साबित हुआ। आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों के 1284 जवान और अधिकारियों को मार डाला, जबकि 1661 सुरक्षाकर्मी गंभीर रूप से घायल हुए। आतंकवादी संगठन तहरीके तालिबान पाकिस्तान और अन्य संगठनों द्वारा साल 2024 की रिपोर्ट के मुताबिक बीता साल पाकिस्तान सेना और सुरक्षा कर्मियों पर कहर बनकर टूटा है। रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान में इमरान खान की सत्ता जाने के बाद वहां हिंसा लगातार बढी है। साल 2022 में 15 फीसदी, 2023 में 56 फीसदी और 2024 में 66 फीसदी हिंसा बढ़ी। आंकड़ों के मुताबिक औसत हिंसा में 44 फीसदी वार्षिक वृद्धि हुई है। आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-तालिबान ने 2024 का कैलेंडर जारी किया है।

उसके मुताबिक उसने बीते साल 1758 आतंकवादी हमले किए। इन हमलों में उसने पाकिस्तान सेना के 1284 लोगों को मार गिराया जबकि 1661 सुरक्षाकर्मी गंभीर रूप से घायल हुए हैं। मारे गए लोगों में सबसे ज्यादा पाकिस्तान सेना के स्पेशल सर्विस ग्रुप यानी एसएसजी के 1441 लोग शामिल हैं। पाकिस्तानी पुलिस के 820 फ्रंटियर कर के 578 और खुफिया विभाग के 106 लोग शामिल हैं। पाकिस्तान सेना पर किए गए हमलों में आतंकवादियों ने सेना के घातक हथियारों को लूट लिया। साथ ही 40 मिलिट्री शिविरों को नुकसान पहुंचाया। ये हमले स्नाइपर, गोरिल्ला, मिसाइल, आत्मघाती और आमने-सामने की लड़ाई आदि तौर पर किए गए। पाकिस्तान सेना के लिए यह साल बेहद नुकसानदेह रहा। एक रिपोर्ट जारी की है जिसमें पाकिस्तान में आतंकवादी हमले और हिंसा की घटनाओं में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। इमरान खान के सत्ता से हटते ही यह बढ़ोतरी और ज्यादा हुई है। उधर, पाकिस्तान सेना के डायरेक्टर जनरल अहमद शरीफ चौधरी का दावा है कि बीते साल में 925 आतंकवादियों को मार गिराया गया है। आंकड़ों के मुताबिक बीते साल में 383 अधिकारी और सैनिक मारे गए है, जबकि सेंटर फॉर रिसर्च एंड सिक्योरिटी स्टडीज की रिपोर्ट का मानना है कि पाकिस्तान सेना की तुलना में मारे गए आतंकवादियों की संख्या से मारे गए सैनिक कर्मियों की संख्या में 73 फीसदी बढ़ी है।

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