
नाकाबंदी के पहले दिन चार की मौत, 500 से अधिक बीएनपी-जमात के लोग गिरफ्तार
ढाका। बांग्लादेश के ढाका में सरकार विरोधी हिंसक प्रदर्शनों के बाद नाकाबंदी के पहले दिन 4 लोगों की मौत हो गई है। वहीं बीएनपी जमात के 500 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है। विपक्ष की राष्ट्रव्यापी 72 घंटे की रेल, सड़क और जलमार्ग नाकाबंदी के पहले दिन मंगलवार को पूरे बांग्लादेश में उपद्रव की स्थिति रही, जबकि पुलिस द्वारा 500 से अधिक बीएनपी-जमात के लोगों को गिरफ्तार किया गया। इस दौरान देशभर के 14 जिलों में 26 हिंसक झड़पों की खबरें आईं, जिसमें 24 से ज्यादा सार्वजनिक बसों में आग लगा दी गई, जबकि 18 बसों में भयंकर तोड़फोड़ की गई। दरअसल 28 अक्टूबर को ढाका में सरकार विरोधी हिंसक प्रदर्शनों के बाद बीएनपी के एक वरिष्ठ नेता और उनकी पार्टी के दर्जनों सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद जो राजनीतिक अशांति पैदा हुई, वह अब और तेज फैल गई है, जिससे लोगों की मौतें, खून और भारी तबाही मची हुई है। सरकार को इसका अभी कोई समाधान नजर नहीं आ रहा है। ढाका में सरकार विरोधी हिंसक प्रदर्शन के बाद बांग्लादेश के एक वरिष्ठ विपक्षी नेता और उनकी पार्टी के दर्जनों सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
हालांकि सत्तारूढ़ अवामी लीग ने मुख्य विपक्षी बीएनपी पर सख्ती बरतने का वादा किया और पार्टी के दो शीर्ष नेताओं सहित 500 से अधिक लोगों को गिरफ्तार कर लिया। जैसे-जैसे अगले चुनाव कार्यक्रम का समय तेजी से नजदीक आ रहा है, मौजूदा स्थिति 2014 के चुनावों से पहले की उस अवधि से भयावह समानता रखती है, जिसमें विपक्ष के बहिष्कार के बीच हिंसक झड़पें हुई थीं। अब तक, सत्तारूढ़ अवामी लीग स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए प्रतिबद्ध है, जबकि विपक्षी बीएनपी सरकार को चुनाव के समय सरकार के पक्ष में इस्तीफा देने के लिए मजबूर करने के लिए प्रशासन को पंगु बनाना चाहती है। दोनों पार्टियों के आमने-सामने होने से राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि चुनाव कार्यक्रम की घोषणा से पहले स्थिति और खराब हो सकती है। चुनाव आयोग 4 नवंबर को सभी 44 पंजीकृत राजनीतिक दलों के साथ बातचीत करेगा।
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