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  • Thursday, 25 December 2025
No-confidence Motion: केंद्र के खिलाफ आज अविश्वास प्रस्ताव लाएगा विपक्ष, कांग्रेस ने लोकसभा में दी नोटिस

No-confidence Motion: केंद्र के खिलाफ आज अविश्वास प्रस्ताव लाएगा विपक्ष, कांग्रेस ने लोकसभा में दी नोटिस

नई दिल्ली। संसद में मंगलवार को भी मणिपुर मुद्दे को लेकर जमकर हंगामा हुई. लोकसभा और राज्यसभा में विपक्ष ने मणिपुर पर पीएम मोदी के बयान की मांग को लेकर नारेबाजी की. लोकसभा में सांसदों ने सदन में नारेबाजी की और अध्यक्ष की आसंदी के पास पहुंचकर इंडिया फॉर मणिपुर के पोस्टर दिखाए. वहीं, राज्यसभा में मणिपुर के मसले पर चर्चा की मांग को लेकर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी समेत विपक्षी दल स्थगन प्रस्ताव लेकर आए थे. इसे लेकर बीजेपी सांसद हंगामा करने लगे. उधर, राज्यसभा से पूरे सत्र के लिए सस्पेंड किए गए आप सांसद संजय सिंह संसद परिसर में ही विरोध प्रदर्शन के दौरान बैठे हुए हैं.

 

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संसद में हंगामे के बीच विपक्ष सरकार के खिलाफ बुधवार को लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव लेकर आएगी. सूत्रों के मुताबिक, अविश्वास प्रस्ताव का ड्राफ्ट तैयार कर लिया गया है. इसे कल सदन में रखा जाएगा. 

गृहमंत्री अमित शाह ने संसद में गतिरोध को लेकर विपक्षी सांसदों को चिट्ठी लिखी. शाह ने लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी और राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को पत्र लिखा. उन्होंने मणिपुर पर चर्चा की बात कही. शाह ने इस दौरान लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से भी मुलाकात की.

मंगलवार शाम पांच बजे लोकसभा की कार्यवाही फिर शुरू हुई. इस दौरान गृहमंत्री अमित शाह ने सरकार की उपलब्धियां गिनाईं. शाह ने खेती-किसानी और सहकारिता की बात की. विपक्ष ने मणिपुर-मणिपुर, शेम-शेम, जवाब दो-जवाब दो, वी वॉन्ट जस्टिस (हमें न्याय चाहिए) के नारे लगाए.

वहीं विपक्षी सांसद पोस्टर लेकर सदन में खड़े हुए तो अमित शाह ने कहा कि और जोर से नारे लगाइए. आपको न दलितों में इंटरेस्ट है और न ही सहकारिता में. इसलिए नारेबाजी कर रहे हैं. अमित शाह सदन में बयान देते रहे और विपक्षी सांसद शोरशराबा करते रहे. इसके बाद लोकसभा की कार्यवाही बुधवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.

लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने संसद में जारी गतिरोध को खत्म करने के लिए मंगलवार को सभी पार्टियों के नेताओं की बैठक बुलाई. इस बैठक में सरकार ने कहा कि वह मणिपुर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है.

स्पीकर के साथ सर्वदलीय बैठक में बहुजन समाज पार्टी और ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम का स्टैंड बाकी विपक्षी दलों से अलग रहा है. इन दोनों दलों ने कहा कि प्रधानमंत्री जवाब दें या न दें लेकिन मणिपुर पर चर्चा के दौरान वो सदन में मौजूद रहें. पीएम को अगर लगे कि कुछ बोलना चाहिए तो बोलें, अगर नहीं लगे तो न बोलें.

 राज्यसभा से पूरे सत्र के लिए सस्पेंड किए गए आप सांसद संजय सिंह संसद परिसर में ही विरोध प्रदर्शन के दौरान बैठे हुए हैं. संजय सिंह ने कहा, "प्रधानमंत्री मणिपुर मुद्दे पर चुप क्यों हैं? हम केवल संसद में आकर इस पर बोलने की मांग कर रहे हैं. संसद में मणिपुर का मुद्दा उठाना हमारी जिम्मेदारी है."

संसद में हंगामे के बीच बीजेपी ने संसदीय दल की मीटिंग बुलाई. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षी दलों के गठबंधन I.N.D.I.A पर बयान दिया. पीएम ने कहा- 'सत्ता चाहने वाले और देश को तोड़ने वाले ईस्ट इंडिया कंपनी और इंडियन मुजाहिद्दीन जैसे नाम रख रहे हैं.'

 पीएम के बयान के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट किया- 'मिस्टर मोदी, जब भी आपको जरूरत हो तो हमें कॉल कर लीजिएगा. हम INDIA हैं. हम मणिपुर को उबारने में भी मदद करेंगे और हर महिला और बच्चों के आंसू पोछेंगे.'

राज्यसभा में अपोजिशन लीडर मल्लिकार्जुन खरगे ने पीएम मोदी के बयान पर ऐतराज जताया. उन्होंने कहा- "हम मणिपुर की बात कर रहे हैं. प्रधानमंत्री इंडिया की तुलना ईस्ट इंडिया कंपनी से कर रहे. अरे, आप मणिपुर पर बात करिए ना."

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