Russian President Putin ने जताई पीएम मोदी संग अलग जगह पर बैठक करने की इच्छा
नई दिल्ली। मास्को से कच्चे तेल की खरीद पर नाराज अमेरिका द्वारा नई दिल्ली पर लगाए गए 50 फीसदी टैरिफ की चुनौती के बीच तियानजिन में सोमवार को संपन्न हुए शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के राष्ट्राध्यक्षों के शिखर सम्मेलन में आकर्षण का केंद्र बने समूह के तीन सदस्य देशों भारत, चीन और रूस के शीर्ष नेता। तीनों की एक साथ बेहद आत्मीयता और प्रसन्नता से बातचीत करती हुई तस्वीर भी सोशल मीडिया पर सामने आई। जिसमें मोदी, जिनपिंग और पुतिन के बीच की केमिस्ट्री साफ नजर आ रही थी। इन सबके बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मुलाकात का पूरा फंसाना भी एक्स पर तेजी से वायरल हुआ। जिसमें कभी दोनों नेता एससीओ सम्मेलन के आयोजन स्थल पर बेहद गर्मजोशी के साथ एक-दूसरे को गले लगाते हुए आपसी अभिवादन स्वीकार करते हुए नजर आए। तो कभी रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने पीएम मोदी के साथ समूह के आयोजन स्थल से इतर किसी अलग जगह पर जाकर द्विपक्षीय बैठक करने की इच्छा जताई, उन्होंने पीएम का 10 मिनट इंतजार भी किया। फिर दोनों की साथ में एससीओ बैठक स्थल से एक ही कार में बैठकर जाने की तस्वीरें भी सामने आई। जिसमें मोदी-पुतिन के बीच कुल करीब 45 मिनट तक बातचीत हुई। इसके बाद होटल पहुंचकर भारत और रूस के राष्ट्राध्यक्षों के बीच बैठक में द्विपक्षीय सहयोग पर करीब घंटे भर तक बातचीत हुई। विदेश मंत्रालय ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति पुतिन के बीच हुई बैठक में आर्थिक, वित्तीय और ऊर्जा क्षेत्र के साथ द्विपक्षीय सहयोग से जुड़े हुए विभिन्न मुद्दों पर व्यापक रूप से चर्चा की गई। इसके अलावा यूक्रेन विवाद से जुड़े हालिया घटनाक्रमों और क्षेत्रीय व अंतरराष्ट्रीय मामलों पर भी दोनों नेताओं ने विचारों का आदान-प्रदान किया। पीएम मोदी ने संघर्ष के समाधान के लिए हाल के समय में की गई पहलों को लेकर अपने समर्थन को दोहराते हुए इसे जल्द ही समाप्त करने और एक स्थायी शांति समझौते की आवश्यकता पर बल दिया है।
दोनों नेताओं ने आपसी सहयोग से जुड़े क्षेत्रों में घनिष्ठता पर संतोष जताया। साथ ही भारत-रूस के बीच विशेष रणनीतिक साझेदारी को और अधिक मजबूत बनाने के लिए अपना समर्थन प्रदान किया। पीएम ने राष्ट्रपति पुतिन के समक्ष इस साल के अंत में भारत में आयोजित किए जाने वाले 23 वें वार्षिक शिखर सम्मेलन में उनका स्वागत करने को लेकर कहा कि 140 करोड़ भारतीय आपका उत्सुकता से इंतजार कर रहे हैं। मंत्रालय ने बताया कि प्रधानमंत्री ने इस बैठक में दिए अपने प्रारंभिक वक्तव्य में कहा, यूक्रेन में जारी संघर्ष के मामले पर हम लगातार चर्चा करते रहे हैं। हालिया किए गए शांति के प्रयासों का हम स्वागत करते हैं और ये उम्मीद करते हैं कि सभी पक्ष रचनात्मक रूप से आगे बढ़ेंगे। इस संघर्ष को शीघ्र अति शीघ्र खत्म करने और स्थायी शांति स्थापित करने का रास्ता ढूंढना पड़ेगा। यही समूची मानवता की पुकार है। पीएम ने रूस के राष्ट्रपति के साथ बैठक को लेकर खुशी जाहिर की और कहा कि आपको मिलना मतलब एक यादगार मीटिंग भी होती है। बहुत सी चीजों की जानकारियों का आदान-प्रदान का अवसर मिलता है। हम लगातार संपर्क में रहे हैं और हमारे बीच कई उच्च स्तरीय बैठकें भी हुई हैं।
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