
Students यहां बसने की उम्मीद लेकर ना आएं: कनाडा
पढ़ाई खत्म कर जाना होगा वापस
ओटावा। कनाडा के इमिग्रेशन मिनस्टर ने भी एक बयान में कहा है कि स्टडी वीजा पर आने वाले छात्र यहां बसने की उम्मीद लेकर ना आएं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटिश कोलंबिया विश्वविद्यालय, साइमन फ्रेजर विश्वविद्यालय और विक्टोरिया विश्वविद्यालय जैसे प्रमुख संस्थानों का कहना है कि उनके अंतरराष्ट्रीय छात्र नामांकन स्तर पहले से ही 30 प्रतिशत की सीमा से नीचे हैं। ऐसे में नई गाइडलाइन से उन पर कोई सीधा प्रभाव नहीं पड़ेगा। हालांक क्वांटलेन पॉलिटेक्निक विश्वविद्यालय ने 2023-24 शैक्षणिक वर्ष के लिए अपने 36 प्रतिशत नामांकन के साथ नई सीमा को पार कर लिया है। इस महीने प्रभावी होने वाले दिशानिर्देशों में आगामी वर्ष से तय समय सीमा को फॉलो करना होगा। कनाडा सरकार वर्तमान में तेजी से जनसंख्या वृद्धि के बीच आप्रवासन को धीमा करने के प्रयास में विदेशी छात्रों के लिए दीर्घकालिक वीजा जारी करने की भी समीक्षा कर रही है।
इमिग्रेशन मिनस्टर मार्क मिलर ने विदेशी छात्रों की संख्या को घरेलू बाजार की मांग के अनुपात में रखने पर जोर दिया है। कनाडा की नीति शिक्षित आप्रवासियों और छात्रों का स्वागत करने की रही है लेकिन हालिया समय में उसकी नीति में बदलाव आया है। मंत्री मिलर इस बात पर जोर दे रहे हैं कि स्टडी वीजा को कनाडा में बसने की गारंटी की तरह नहीं देखा जाना चाहिए। स्टडी वीजा पढ़ाई की इजाजत देता है और उसे उसी तरह से देखा जाना चाहिए। बता दें कि कनाडा में विदेशी छात्रों की संख्या को सीमित करने के लिए ब्रिटिश कोलंबिया (बीसी) प्रान्त की सरकार ने नए दिशा निर्देश जारी किए हैं। बीसी सरकार ने सार्वजनिक पोस्ट सेकेंडरी संस्थानों में अंतरराष्ट्रीय छात्र नामांकन को कुल छात्रों के 30 प्रतिशत तक सीमित कर दिया है। पोस्ट सेकेंडरी एजुकेशन एंड स्किल मिनिस्ट्री ने कहा है कि छात्रों के नामांकन की सीमा तय करने का मकसद संस्थानों पर दबाव कम करना है। गाइडलाइन में सार्वजनिक विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को अंतरराष्ट्रीय शिक्षा रणनीतिक योजना प्रस्तुत करनी होगी। कॉलेजों की निगरानी प्रांत के प्रशासन की ओर से की जाएगी।
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