Dark Mode
  • Friday, 24 October 2025
President Trump और पुतिन की बात होते ही, अमेरिका पहुंच गए जेलेंस्की, बोले- झुकेगा रूस

President Trump और पुतिन की बात होते ही, अमेरिका पहुंच गए जेलेंस्की, बोले- झुकेगा रूस

वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जहां खुद को दुनिया में किसी भी पंचायत को सुलझाने का आत्मविश्वास ला चुके हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की की भी उम्मीद जगी हुई है कि डोनाल्ड ट्रंप उनके और पुतिन के विवाद को हल कर लेंगे। यही वजह है कि इस बार जब जेलेंस्की वॉशिंगटन पहुंचे हैं, तो उनके तेवर काफी तीखे नजर आ रहे हैं। वो रूसी राष्ट्रपति की तुलना चरमपंथी संगठन हमास से कर रहे हैं। अमेरिका पहुंचे जेलेंस्की ने कहा है कि पुतिन, हमास या किसी भी आतंकी संगठन से ज्यादा दुस्साहसी नहीं हैं। उन पर भी कभी न कभी ताकत और न्याय की भाषा रूस पर भी असर दिखाएगी। जेलेंस्की ने कहा कि जब रूस को टॉमहॉक मिसाइलों की चर्चा सुनाई दी, तो उसने तुरंत बातचीत की कोशिश शुरू कर दी। उन्होंने बताया कि आज वे अमेरिकी रक्षा कंपनियों के प्रतिनिधियों से मुलाकात कर रहे हैं, जो शक्तिशाली हथियार बनाती हैं। बातचीत में एयर डिफेंस सिस्टम की अतिरिक्त सप्लाई पर चर्चा होगी। ज़ेलेंस्की ने कहा कि रूस अब यूक्रेन के ऊर्जा ढांचे पर लगातार हमले कर रहा है, इसलिए वे अमेरिकी ऊर्जा कंपनियों से भी मुलाकात कर रहे हैं ताकि देश की मजबूती और ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। बता दें कि जेलेंस्की के इस दौरे से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिकी प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप के बीच भी फोन पर बातचीत हुई है।

इस बातचीत में भी संकेत काफी सकारात्मक दिखाई दिए और दोनों नेता एक बार फिर युद्ध के मुद्दे पर एक-दूसरे मिलने के लिए राजी हुए हैं। यही वजह है कि जेलेंस्की इस बात को लेकर आशान्वित हैं कि ट्रंप की तरकीब यहां भी असर दिखाएगी और पुतिन की झुकने को मजबूर कर देगी। जेलेंस्की नाटो देशों से मिलने वाले सहयोग को लेकर काफी उत्साहित हैं। उन्होंने बताया कि उनकी मुलाकात अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से होनी है और उन्हें उम्मीद है कि जैसे ट्रंप ने मध्य पूर्व में आतंक और युद्ध को रोकने में सफलता पाई, वैसे ही रूस के खिलाफ युद्ध को खत्म करने में भी मदद मिलेगी। आपको याद दिला दें कि इससे पहले अलास्का में भी ट्रंप और पुतिन इसी मुद्दे पर बात करने के लिए मिले थे। काफी हद तक समझौते की सूरत भी बनी थी लेकिन यूक्रेनी राष्ट्रपति उन शर्तों पर राजी नहीं थे। नतीजा ये हुआ कि पुतिन ने रूस पहुंचते ही यूक्रेन पर हमले तेज कर दिए थे।

Comment / Reply From

You May Also Like

Newsletter

Subscribe to our mailing list to get the new updates!