इजरायली हमलों के बाद भड़का Syria, राष्ट्रपति अल शरा बोले- देश तोड़ने की कोशिश
दमिश्क। इजरायल ने सीरिया की राजधानी दमिश्क स्थित सीरियाई सेना के मुख्यालय पर हवाई हमला कर दिया। ड्रूज समुदाय और सीरियाई अधिकारियों के बीच नए सिरे से युद्धविराम हो चुका है, लेकिन इसके बावजूद इजरायल और सीरिया में संघर्ष बढ़ने की आशंका है। इजरायल का दावा है कि यह कार्रवाई सीरिया में रहने वाले अल्पसंख्यक ड्रूज समुदाय की रक्षा के लिए की गई है। ड्रूज समुदाय हाल के दिनों में सरकारी बलों और सुन्नी बेदौइन जनजातियों के बीच हिंसक झड़पों में बुरी तरह फंस गया है। इजरायल की सीमा से सटे इस इलाके में ड्रूज समुदाय की उपस्थिति पुरानी है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि ‘दक्षिणी सीरिया से पूरी तरह सेना हटाई जानी चाहिए और अल-शरा की सेनाएं वहां बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। ड्रूज नेता शेख मवाफक तारीफ ने इस संघर्ष को ‘ड्रूज समुदाय के अस्तित्व की लड़ाई’ बताया है और इजरायल से मदद मांगी थी। इसके बाद इजरायली सेना ने न सिर्फ दमिश्क में रक्षा मंत्रालय सहित कई सरकारी ठिकानों को निशाना बनाया, बल्कि गोलान हाइट्स की सीमा पर अतिरिक्त सैन्य तैनाती भी शुरू कर दी। रिपोर्ट के मुताबिक सीरियाई स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इजरायली हमलों में कम से कम तीन लोग मारे गए और 34 अन्य घायल हो गए। इस हमले से पहले इजरायली रक्षा मंत्री इसराइल काट्ज ने सीरियाई राष्ट्रपति अहमद अल-शरा को सख्त चेतावनी देते हुए कहा था, ‘ड्रूज को छोड़ दो, वरना अंजाम भुगतना पड़ेगा।’ सीरिया के स्वैदा प्रांत में पिछले कुछ हफ्तों में ड्रूज समुदाय और सुन्नी बेदौइन जनजातियों के बीच झड़पों में अब तक 248 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं, जिनमें से 92 ड्रूज समुदाय से हैं।
एक ड्रूज व्यापारी के अपहरण के बाद ये संघर्ष शुरू हुआ, लेकिन आरोप है कि सीरियाई सेना ने हिंसा में सीधे दखल देकर बेदौइन पक्ष का साथ दिया। ब्रिटेन स्थित ‘सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स’ के मुताबिक, सीरियाई सेना ने खुद ड्रूज समुदाय के कम से कम 21 लोगों को फांसी पर चढ़ा दिया। कई वीडियो क्लिप्स और गवाहों ने भी सेना पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाया है। सीरियाई राष्ट्रपति अहमद अल-शरा ने अब इमोशनल संकेत दिया है। उन्होंने गुरुवार को कहा, ‘सीरिया के लोगों ने हमेशा बंटवारे की कोशिशों को नकारा है। हम इस जमीन के बेटे हैं और हमें बांटने की इजरायली कोशिशों को मात देने में सबसे ज्यादा सक्षम हैं। हमारे ड्रूज समुदाय इस वतन के ताने-बाने का अहम हिस्सा हैं और उनकी सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। इजरायली तत्व पुराने शासन के पतन के बाद से हमारी जमीन को संघर्ष का मैदान बनाने और हमारे समाज को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन सीरिया किसी विदेशी साजिश या लालच की प्रयोगशाला नहीं है। उन्होंने आगे कहा ‘हम युद्ध से नहीं डरते, लेकिन जनता के हित में अराजकता से दूरी बनाए रखते हैं और देश की एकता की रक्षा को ही अपना सर्वोच्च विकल्प मानते हैं। स्वैदा में हुए आंतरिक संघर्ष को रोकने और हालात पर काबू पाने के लिए सीरियाई राज्य ने अपने सभी संस्थानों के साथ हस्तक्षेप किया और सफलता पाई। हमने प्रांत की सुरक्षा की जिम्मेदारी स्थानीय गुटों और समझदार बुज़ुर्गों को सौंप दी, ताकि बाहरी संघर्षों में फंसे बिना देश की शांति बनी रहे।’
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