
Secret Document में खुलासा- नशे के खिलाफ जंग में कूदे ट्रंप, सेना संभालेगी मोर्चा
वाशिंगटन। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ड्रग्स को देश का सबसे बड़ा दुश्मन मानते हैं। अब इसके खिलाफ वह लड़ाई लड़ने जा रहे हैं। ट्रंप ने ड्रग कार्टेल के खिलाफ युद्ध का ऐलान कर दिया है। सोचिए, ट्रंप का ‘अमेरिका फर्स्ट’ वाला एजेंडा तो विदेशों में दखल न देने का था, लेकिन अब वो राष्ट्रपति की युद्ध शक्तियों का ऐसा इस्तेमाल कर रहे हैं कि कानूनी सवालों की बाढ़ आ गई। मेमो में लिखा है, ‘राष्ट्रपति ने तय किया कि अमेरिका इन नामित आतंकी संगठनों के साथ गैर-अंतरराष्ट्रीय सशस्त्र संघर्ष में है।’ ट्रंप ने पेंटागन को आदेश दिया कि ‘इनके खिलाफ सशस्त्र संघर्ष के कानून के तहत कार्रवाई करो।’ आसान भाषा में – ये कार्टेल अमेरिका पर लगातार हमला कर रहे हैं, जैसे जहर फैला रहे हों, तो आत्मरक्षा में जोरदार जवाब दो। स्थानीय मीडिया के मुताबिक ट्रंप ने इन कार्टेल को ‘गैरकानूनी योद्धा’ बता दिया और कहा कि अमेरिका अब इनके साथ ‘सशस्त्र संघर्ष’ में है। मतलब साफ है कि ड्रग्स की तस्करी को अब युद्ध जैसा मानकर सैन्य ताकत से कुचला जाएगा। ये कदम कैरेबियन सागर में हाल के अमेरिकी हमलों के बाद आया, जहां नावों पर गोलीबारी हुई।
पिछले महीने अमेरिकी सेना ने कैरेबियन में तीन बार नावों पर हमले किए। इनमें से दो नावें वेनेजुएला से थीं। ट्रंप ने कहा, ये नावें ड्रग्स ले जा रही थीं, जो अमेरिका के लिए जहर हैं। 2 सितंबर को एक स्पीडबोट पर हमला हुआ, जिसमें 11 लोग मारे गए। ट्रंप ने दावा किया कि ये नाव ट्रेन डे अरागुआ गैंग की थी, जिसे अमेरिका ने इस साल आतंकी संगठन का तमगा दे दिया। 15 सितंबर को एक और हमले में नाव, ड्रग्स और तीन लोग खत्म कर दिए गए। व्हाइट हाउस की डिप्टी प्रेस सेक्रेटरी अन्ना केली ने कहा, ‘ट्रंप ने वादा निभाया, ये राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए जरूरी था। अमेरिकियों को मारने वाले जहर को रोकना पड़ेगा। लेकिन ये सब इतना सीधा नहीं। ट्रंप ने अपने राष्ट्रपति के ताकतवर अधिकारों का इस्तेमाल करके सेना को भेजा, पर कई सांसदों को ये पसंद नहीं आया। उनका कहना है, ‘ऐसी जंग के लिए पहले कांग्रेस से मंजूरी लेनी चाहिए थी।’ कुछ सांसदों ने पूछा, ‘ये हमले कानूनी भी हैं या नहीं?’ बुधवार को पेंटागन ने सीनेटर्स को इन हमलों की जानकारी दी, पर वो ये नहीं बता पाए कि कौन-कौन से कार्टेल को निशाना बनाया जा रहा है। इससे सांसद और भड़क गए। ट्रंप ने कई लैटिन अमेरिकी कार्टेल, जैसे मैक्सिकन गैंग्स और वेनेजुएला के ट्रेन डे अरागुआ को आतंकी संगठन बताया है।
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