
ईरानी राष्ट्रपति को मारना चाहता था Israel और हमला भी हुआ
तेहरान। ईरान के राष्ट्रपति मसूद पजशिकयान ने दावा किया है कि इजरायल के साथ चले 12 दिवसीय इस युद्ध के दौरान उन्हें भी बम विस्फोट के जरिए मारने की कोशिश की गई थी। उन्होंने कहा कि युद्ध के दौरान वह एक बैठक ले रहे थे उसी समय पर उनकी हत्या का प्रयास हुआ था हालांकि वह इसमें बच गए थे। उन्होंने कहा, मेरी हत्या के प्रयास के पीछे संयुक्त राज्य अमेरिका नहीं था। वह इजरायल था। मैं एक बैठक में था... उन्होंने उस पूरे क्षेत्र में बमबारी करने की कोशिश की थी, हालांकि उनका यह प्रयास सफल नहीं हो सका। अमेरिकी पत्रकार के साथ हुए अपने इंटरव्यू में पेजशिकयान से जब पूछा गया कि क्या उन्हें भी मारने की कोशिश हुई थी तो उन्होंने इसका जवाब हां में दिया। उन्होंने कहा, हां उन्होंने इसकी कोशिश की थी लेकिन वह इसमें विफल रहे।
बता दें शुरुआत से ही इजरायल की युद्ध नीति यह रही है कि वह जिस भी मुल्क या संगठन के साथ युद्ध करता है उसकी टॉप लीडरशिप को खत्म कर देता है। 7 अक्तूबर के बाद उसने हमास की टॉप लीडरशिप को लगभग दो बार खत्म कर दिया। उसके बाद जब हिजबुल्लाह सामने आया तो उन्होंने उसकी टॉप लीडरशिप को भी दो बार खत्म कर दिया। ईरान के साथ लड़ाई के दौरान भी इजरायल ने सबसे पहली हमला करके ईरान के टॉप सैन्य अधिकारियों और परमाणु वैज्ञानिकों को निशाना बनाया था। बाद में इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू का कहना था कि सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह खामनेई ही इन सब की जड़ में हैं। वह उनको मारने की कोशिश करेंगे।
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