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  • Thursday, 25 December 2025
Dragon की नई चाल: चीन से ईरान जा रहे सीक्रेट विमान कहां हो रहे गायब?

Dragon की नई चाल: चीन से ईरान जा रहे सीक्रेट विमान कहां हो रहे गायब?

तेहरान। चीन के कई सीक्रेट विमान लगातार युद्ध शुरू होने के बाद से ईरान में पहुंच रहे हैं। बीते एक हफ्ते से अंतरराष्ट्रीय रडार पर जो कुछ दिखाई दे रहा है, उसने दुनियाभर के रक्षा विश्लेषकों और कूटनीतिक गलियारों की चिंता बढ़ा दी है। चीन से उड़ान भरने वाले कई बोइंग 747 विमान एक के बाद एक ईरान की ओर जाते देखे गए हैं। यह सब ऐसे समय पर हो रहा है जब ईरान अपने परमाणु ठिकानों पर इजरायल के हमलों का सामना कर रहा है। अब सवाल उठ रहे हैं कि क्या चीन, ईरान की मदद के लिए आगे आ गया है? डेटा के मुताबिक, 14 जून से अब तक कम से कम पांच बोइंग 747 विमानों ने चीन से ईरान की ओर उड़ान भरी है। इन विमानों ने चीन के उत्तरी हिस्से से पश्चिम की ओर उड़ते हुए कजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान और तुर्कमेनिस्तान को पार किया और जैसे ही ईरान की सीमा के पास पहुंचे, वे रडार से गायब हो गए। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन विमानों का अंतिम गंतव्य लग्जमबर्ग दर्शाया गया है, लेकिन कोई भी विमान यूरोपीय हवाई क्षेत्र में दाखिल नहीं हुआ। इससे इन उड़ानों की मंशा और अधिक संदिग्ध हो गई है।

हेरिटेज फाउंडेशन के सेंटर फॉर नेशनल डिफेंस के निदेशक रॉबर्ट ग्रीनवे का कहना है कि चीन अपनी आर्थिक और सैन्य महत्वाकांक्षाओं के लिए मध्य पूर्व से सस्ता, प्रतिबंधित तेल खरीदता है और ईरान उसके लिए एक अहम भागीदार है। उनका मानना है कि ये उड़ानें संभवतः ईरान की ओर से अपने महत्वपूर्ण संसाधनों, लोगों या सामरिक सामग्री को चीन की मदद से कहीं और शिफ्ट करने की कोशिश हो सकती हैं। याद दिला दें कि 2021 में तेहरान और बीजिंग ने 25 वर्षों के रणनीतिक सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। रिपोर्ट के मुताबिक तेहरान विश्वविद्यालय के प्रोफेसर मोहम्मद मरांदी का कहना है कि यह साझेदारी अमेरिका को एक सीधा संदेश देने के लिए भी है– कि जितनी कोशिश अमेरिका करेगा ईरान और चीन को अलग करने की, उतनी ही ये दोनों देश एक-दूसरे के करीब आएंगे। वहीं रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने ईरान और इजरायल के बीच मध्यस्थता कराने की पेशकश की। साथ ही कहा कि ईरान ने अभी तक उससे सैन्य मदद नहीं मांगी है। ट्रंप ने फिलहाल पुतिन की मध्यस्थता की पेशकश को ठुकरा दिया है। इसके बाद चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने आपस में बात की। यह सभी समीकरण इस बात की चिंता बढ़ा रहे हैं कि मिडिल ईस्ट में कुछ बड़ा हो सकता है।

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