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इजरायली सेना ने क्रूरता की हदें पार कीं, यह मानवाधिकारों का घोर उल्लंघन: America

इजरायली सेना ने क्रूरता की हदें पार कीं, यह मानवाधिकारों का घोर उल्लंघन: America

नेतन्याहू समेत कई अधिकारियों के खिलाफ जारी हो सकता है गिरफ्तारी वारंट

वाशिंगटन। गाजा में इजराइल-हमास युद्ध में इजराइली सेना ने गाजा में निर्दोष लोगों का कत्लेआम किया जिससे पूरी दुनिया में इजराइल का विरोध किया जा रहा है और पूरी दुनिया उसके खिलाफ है। वहीं अब अंतरराष्ट्रीय अपराध अदालत इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू समेत कई उच्च इजरायली अधिकारियों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करने की तैयारी में है। वहीं इजराइल के खास दोस्त अमेरिका ने कहा है कि इजरायल की सेना क्रूरता की हदें पार की हैं। यह मानवाधिकारों का घोर उल्लंघन है। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता वेदांत पटेल ने पत्रकारों को जानकारी दी कि पिछले साल अक्टूबर में इजरायल और हमास के बीच युद्ध शुरू होने से पहले हुई घटनाओं में इजराइल ने मानवाधिकारों के घोर उल्लंघन किया है। जिसके लिए इजरायली सेना की पांच बटालियन जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि चार इकाइयों ने तो उल्लंघनों को प्रभावी ढंग से सुधार कर लिया है, लेकिन अब इजरायल की पांचवीं इकाई के बारेर में नई जानकारी सामने आई है और अमेरिका सरकार के साथ बातचीत जारी रख रहा है। पटेल ने यह भी साफ किया कि इजरायली बलों को लेकर आई शिकायतों के बावजूद अमेरिकी हथियारों की बिक्री प्रभावित नहीं होगी और हम इजरायल को हथियारों की सप्लाई जारी रखेंगे।

बता दें कि पिछले महीने अमेरिका ने इजरायल की एक बटालियन नेत्ज़ाह येहुदा को बैन करने की बात कही थी। इस बटालियन पर राफा शहर में निर्दोष फिलिस्तीनियों के खिलाफ घोर अत्याचार की शिकायतें मिली थी। पटेल ने आगे कहा कि हमने पांच इजरायली बटालियानों को मानवाधिकारों के घोर उल्लंघन के लिए जिम्मेदार पाया है। गौरतलब है कि इजरायल और हमास के बीच पिछले साल 7 अक्टूबर से शुरू हुए युद्ध में हजारों फिलिस्तीनी लोग मारे जा चुके हैं। पहले हमास ने इजरायल पर हमल करके 1200 लोगों को मार डाला था और 250 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया था। अभी भी हमास की कैद में 100 से ज्यादा इजरायली कैद में हैं। उधर, जवाबी कार्रवाई और अपने लोगों को वापस लाने के लिए इजरायली सेना गाजा और राफा में ऑपरेशन चला रही है। इसमें 34 हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। जिनमें ज्यादा बच्चे और महिलाएं हैं। इसको लेकर पूरी दुनिया में इजराइल विरोधी प्रदर्शन हो रहे हैं।

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